पैसो की लालच मे दो दोस्त ने ली 16 लोगो की जान। क्राइम स्टोरी इन हिंदी
515 Nov 2024
सन, 1818 मे विलियम बर्क नाम के शख्स की सम्पति बटवारे को लेकर अपने ससुर और बीबी से झगड़ा हो गया। जिसके कारण वह घर छोड़कर निदरलैंड से स्कॉटलैंड आ गया।
यहाँ आने के बाद उसके पास कोई काम धंधा नहीं था। जिसके कारण वह “यूनियन कैनाल ” नदी के निर्माण मे मजदूरी का काम करने लगा। और फालक्रिक के पास एक छोटे से गांव मे किराये पर रहने लगा।
1827 मे नदी का काम खत्म होने के बाद बर्क बेरोजगार हो गया अब उसके पास कोई काम -धंधा नहीं बचा था। और उसके सारे पैसे भी खत्म हों चुके थे।
इसलिए बर्क वह जगह छोड़कर एडनबर्ग आ गया और यहाँ पर किराये के कमरे मे रहने लगा। बर्क को रहने के लिए घर तो मिल गया लेकिन जीविका चलाने के लिए कुछ काम -धंधा तो करना ही पड़ेगा। शरुवात मे वह कपड़े बेचने का काम मे लग गया।लेकिन उसमे उसे कोई विशेष लाभ नहीं मिला।
जिसके चलते उसने यह काम छोड़कर मोची के काम मे अपना हाथ अजमाया । इसमें उसे अच्छा लाभ हुआ वह सप्ताह के 1 पाउंड कमा लेता था। जिससे उसका गुजारा अच्छे से हो जा रहा था।
यही पर रहते हुए उसकी मुलाक़ात विलियम हरे नाम के व्यक्ति से हुयी। जल्द ही दोनों मे बहुत गहरी मित्रता हों गयी।
हरे भी बर्क की तरह निदरलैंड से स्कॉलैंड आया था। और उसने भी कुछ साल यूनियन कैनाल पर मजदूरी का काम किया था। हरे जिस किराये के घर मे रहता था उसके मकान मालिक लोगे की 1826 मे बीमारी के कारण मृत्यु हो गई ।
हरे ने चालाकी दिखाते हुए उसकी पत्नी मार्गरेट लिएर्ड से शादी कर ली और उसके सम्पूर्ण संपति का मालिक बन गया।
29 नवम्बर 1827 को हरे के लोंजिंग हाउस मे रहने वाले सेना से रिटायर एक बूढ़े व्यक्ति डोनाल्ड की मौत प्राकृतिक कारणों से हों गयी।
जिस पर हरे का 4 पाउंड का किराया बाकि था। उसकी मौत से हरे काफी दुखी हुआ क्योंकि अब उसके 4 पाउंड डूब चुके थे।
उसने अपने होने वाले नुकशान के बारे मे बर्क को बताया। बर्क कुछ देर सोचने के बाद बोला क्यों ना हम इस लाश को बेच दे। जिससे तुम्हारे नुकशान की भरपाई भी हो जाएगी और कुछ अतरिक्त धन भी हमें मिल जायेगा।
हरे को बर्क का यह सुझाव पसंद आया। लेकिन सवाल था की इस लाश को खरीदेगा कौन?
कुछ देर विचार-विमर्श करने के बाद उन्होंने निर्णय लिया की हम इस लाश को एडनबर्ग यूनिवर्सिटी मे बेचेंगे।
दरअसल उस समय एडनबर्ग यूनिवर्सिटी पुरे यूरोप मे मानव शरीर शोध का केंद्र था। यहाँ छात्रों की संख्या अधिक होने के कारण मानव मृत शरीर की मांग बहुत ज्यादा बढ़ गयी थी।
दोनों लाश को लेकर यूनिवर्सिटी पहुचे और इसे बेचने के लिए खरीददार को ढूंढ़ने लगे जल्द ही उन्हें प्रोफेसर रोबर्ट नॉक्स के पास भेज दिया गया।
रोबर्ट नॉक्स शरीर रचना विज्ञान के प्रोफेसर थे। उन्होंने मृत शरीर की जाँच की और उन्होंने इसका 7 पाउंड और 10 सेंट का भुगतान किया।
जब पैसे लेकर दोनों बाहर आ रहे थे तो प्रोफेसर नॉक्स के एक सहायक ने उनसे कहा की प्रोफेसर तुम लोगो दोबारा देखकर अधिक प्रसन्न होंगे जब तुम्हारे पास एक और मानव मृत शरीर होगा।
कुछ दिनों बाद हरे के यहाँ रहने वाले एक किरायेदार जोसफ हेयर बीमार पड़ गया। हरे की पत्नी को चिंता होने लगी की घर मे कोई बीमार व्यक्ति रहेगा। तो हमारे व्यापार मे हानि होंगी।
हरे अपनी इस समस्या को लेकर बर्क के पास गया। फिर दोनों ने कुछ ऐसा निर्णय लिया जिसके बारे मे जानकर आप भी सोच मे पड़ जायेंगे। कोई पैसे के लिए इतना कैसे गिर सकता है।
यह महीना जनवरी का था ठंड अच्छी खासी पड़ रही थी। बर्क और हरे, जोसफ के कमरे मे गए उसे जमकर विस्की पिलाई जब वह बिल्कुल नशे मे हो गया।
बर्क उसके ऊपर बैठकर उसे दोनों हाथो से पकड़ लिया और हरे को इशारा किया की उसकी गर्दन दबा दे। जिससे उसकी दम घुटने से मौत हो जाय हरे ने बिल्कुल वैसा ही किया।
सबसे पहले हरे ने तकिये से गला घोंटने की कोशिस की लेकिन जब उसे इसमे कामयाबी नहीं मिली तो तकिये को साइड फेककर हाथ से जोसफ का गला दबाने लगा। कुछ देर के छटपटाहट के बाद जोसफ ने दम तोड़ दिया।
अब सवाल था की इसकी लाश को प्रोफेसर के पास कैसे ले जाया जाय। इसके लिए दोनों ने लकड़ी के बने ड्रम का प्रयोग किया जिसमे तरल पादर्थ को रखने मे काम लिया जाता था।
दोनों मृत शरीर को लेकर प्रोफेसर नॉक्स के पास पहुचे प्रोफेसर दोनों को देखकर बहुत खुश हुआ। और इस बार दोनों को 10 पाउंड की धनराशि दी। पैसे लेकर दोनों घर आ गए और जमकर शराब पी।
दोनों बहुत खुश थे क्युकी उन्हें अब ज्यादा पैसे कमाने का तरीका मिल गया था।
आने वाले कुछ दिनों मे इन दोनों ने मिलकर तीन और हत्याएं की जिसमे एक अंग्रेज सेल्समैन एक नमक बेचने वाली महिला जिसका नाम सिंप्सन था और एक बूढ़ी औरत.
अंग्रेज सेल्समैन जिसे पीलिया हो गया था। उसे भी ठीक जोसफ की तरह ही मारा गया था। और नमक बेचने वाली महिला को हरे की पत्नी बहला – फुसला कर अपने घर लाई जहाँ पर हरे और बर्क ने मिलकर उसकी हत्या कर दी।
सभी लोगो को गला घोंटकर कर मारा गया था। गला घोंटकर मारने का सबसे बड़ा कारण था की इससे किसी को शक भी नहीं होगा और प्रोफेसर को अपने परीक्षण के लिए एक साफ – सुथरी मृत शरीर मिल जायेगा। इन तीनो मृत शरीर के प्रोफेसर नॉक्स ने 10 पाउंड की रकम चुकाई।
उसके कुछ दिन बाद मैरी पैटर्सन नाम की महिला की मृत्यु बर्क के साथ शराब पीते हुए प्राकृतिक कारणों से हों गयी।
दोनों ने मिलकर इसके शरीर को भी प्रोफेसर नॉक्स को बेच दिया। इस मृत शरीर को देखकर प्रोफ़ेसर बहुत प्रभावित हुआ उसने ऐसी ताजी बॉडी कभी नहीं देखी थी।
प्रोफेसर ने इस बॉडी को लगभग 3महीने तक विस्की मे डूबा कर रखा फिर उस पर अपने परीक्षण किये।
उसके बाद बर्क और हरे द्वारा एक और महिला की हत्या कर दी गयी । और जब उसे ढूंढ़ने के लिए उसकी बेटी आयी तो उसके साथ भी वही हुआ जैसा उसकी माँ के साथ हुआ था।
कुछ दिन बाद कपड़े बेचने वाली इफी नाम की महिला की भी हत्या की गई। वह शराब पीकर रोड पर पड़ी थी। और एक पुलिस वाला उसे घर छोड़ने ले जा रहा था।
जिस पर बर्क की नजर पड़ गई उसने पुलिस वाले को बताया की मै इस महिला को जानता हूं। आप परेशान ना हों मै इसे इसके घर छोड़ दूंगा। बर्क ने उसे घर छोड़ने के बजाय हरे के घर लाया और वही पर दोनों ने मिलकर उसकी हत्या कर दी।
उसके बाद इन दोनों ने मिलकर जून के महीने मे अपने किरायेदार एक बूढ़ी औरत और उसके गूंगे पोते की हत्या तब कर दी। जब बूढ़ी औरत बिस्तर मे सोई थी। और उसका पोता रसोई मे आग सेक रहा था।
सबसे पहले दोनों ने मिलकर बूढ़ी औरत का गला दबाकर हत्या किया और फिर रसोई मे आग सेक रहे उसके पोते को घसीट कर उसी कमरे मे ले गए जहाँ पर उसकी दादी की हत्या की गयी थी। और फिर उसका भी वही हाल किया जो उसकी दादी के साथ हुआ था।
इन दोनों की लाश को पहले चाय के ड्रम मे रखने की कोशिश की गयी लेकिन ड्रम छोटा होने के कारण दोनों की बॉडी इसमे पूरी तरह फिट नहीं हों पाई ।
तो दोनों ने मिलकर तेल के बड़े खाली ड्रम का जुगाड़ किया और बॉडी को उसमे रखकर ढक्कन से बंद कर दिया।
बर्क के पास घोड़ा गाड़ी था। दोनों ने मिलकर ड्रम को उस पर लादकर प्रोफेसर से मिलने चल दिए। लेकिन भार ज्यादा होने के कारण घोड़ा रास्ते मे ही रुक गया।
बर्क गुस्से से आग बबूला हों गया और उसने चाबुक से घोड़े पर कई वार किये लेकिन घोड़ा टस से मस नही हुआ। हारकर बर्क ने हाथगाड़ी वाले एक कूली को बुलाया और उसकी मदद से बॉडी को प्रोफेसर के पास पहुंचाया।
लेकिन वह घोड़े की हरकत से इतना ज्यादा गुस्से मे था। की घर पहुंचते ही घोड़े को गोली मार दी जिससे उसकी मौके पर ही मौत हों गई।
बर्क और हरे मिलकर अब तक कई हत्त्याऐ कर चुके थे। उनके अंतिम दो हत्याओ मे एक 18 वार्षिय भिखारी जेम्स विल्सन और एक आयरीश महिला थी जिसका नाम मार्गरेट दोचेर्टी था।
जेम्स विल्सन एक जाना-माना था। वह एक टांग से विकलांग था और कुछ मानसिक रूप से कमजोर भी। नवम्बर के महीने मे हरे उसे बहला-फुसला कर अपने घर पर लाया जहाँ बर्क और हरे उसे एक कमरे मे ले गए।
और फिर हरे की पत्नी मार्गरेट ने बाहर से दरवाजा बंद कर दिया। विल्सन को विस्की पिलाई गई लेकिन उसे विस्की पसंद नही आयी।
इसलिए उसने थोड़ी ही पी उसके बाद दोनों ने मिलकर उस पर हमला कर दिया कुछ देर के उठा पटक के बाद बर्क और हरे कामयाब हुए।
विल्सन की बॉडी लेकर प्रोफेसर नॉक्स के पास पहुचे तो वहाँ पर नॉक्स के कुछ छात्र विल्सन को पहचान गए। उन्होंने प्रोफेसर को उसके बारे मे बताया लेकिन प्रोफेसर ने साफ मना कर दिया। की यह व्यक्ति विल्सन है।
लेकिन जब विल्सन लोगो को सड़को पर दिखाई नही दिया तो लोगो को शक होने लगा। मौके की नजाकत को प्रोफेसर नॉक्स भाप गए और उन्होंने विल्सन के पैर और सर को धड़ से अलग कर दिया। ताकि कोई उसकी पहचान ना कर सके।
बर्क और हरे की अंतिम शिकार मार्गरेट दोचर्टी नाम की एक आयरीश महिला थी जिसे बर्क यह कह कर अपने कमरे पर लाया था। की वह जिस जगह की रहने वाली है वही की उसकी माँ भी रहने वाली थी।
दोचर्टी को अपने कमरे पर बुलाने से पहले उसने बगल मे रहने वाले दो किरायदारों येन और जेम्स ग्रे को यह कह कर हरे के यहाँ भेज दिया की आज उसके रिस्तेदार आने वाले हैं।
दोचर्टी घर आयी तो बर्क और उसकी बीवी ने उसका स्वागत किया और और सब मिलकर शराब पीने लगे कुछ देर बाद शराब खत्म हों गई।
तो बर्क दोचर्टी को अपने बीवी के पास छोड़कर बाहर शराब लेने चला गया। वास्तव मे वह शराब लेने नही गया था बल्कि वह हरे को बुलाने गया था।
हरे के आने के बाद दोनों ने मिलकर उसकी हत्या कर दी। और उसकी लाश को बेड के निचे छिपा दिया। अगले दिन जब येन और ग्रे कमरे पर आये तो बर्क और उसकी पत्नी उस कमरे मे उन्हें जाने से रोक रहे थे जहाँ उन्होंने लाश को छुपा रखा था।
जब उन्हें कुछ शक हुआ तो जबरदस्ती कमरे मे दाखिल हुए और बेड के निचे उन्हें लाश मिल गई। जब दोनों पुलिस के पास जाने लगे तो उन्हें 10 पाउंड का लालच दिया गया।
लेकिन इस रिश्वत को ठुकरा कर दोनों पुलिस के पास पहुचे और पूरी बात बताई। पुलिस जब जाँच के लिए आयी तो उससे पहले ही बर्क और हरे ने दोचर्टी की लाश को वहां से हटा दिया था।
लेकिन पुलिस के हाथ दोचर्टी का खून से लिपटा कपड़ा मिल गया। पुलिस ने बर्क और हरे समेत उनकी पत्नियों को गिरफ्तार कर लिया। और जाँच शुरू कर दी गई ।
चारो को अलग-अलग बैठाकर बयान लिया गया लेकिन किसी के बयान आपस मे मेल नही खा रहे थे। पुलिस ने अपने हिसाब से जाँच शुरू की लेकिन उनके पास से कोई सबूत नही मिला।
प्रोफेसर नॉक्स से भी पूछताछ की गई लेकिन उसके खिलाफ भी कोई सबूत नही मिला। दोचर्टी के मिले कपड़े के आधार पर बर्क को दोषी ठहराया गया।
और हरे जिसके खिलाफ कोई सीधे सबूत नही मिले वह सरकारी गवाह बन गया। और उसकी सजा कम कर दी गई लेकिन बर्क को फांसी की सजा सुनाई गई।
बर्क को 28 जनवरी 1929 को सुबह 25000 लोगो के बीच फांसी पर लटका दिया गया।
तो ये थी बर्क और हरे की अपराध की कहानी उम्मीद करते हैं आपको पसंद आयी होंगी इससे जुडी कोई सवाल है। तो कमैंट्स बॉक्स मे पूछ सकते हैं
धन्यवाद।
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