आग की लपटों से घिरा व्यक्ति मदद मांगने के लिए 600 मीटर तक चला, लेकिन लोग सिर्फ वीडियो बनाते रहे।

जयपुर-अजमेर हाईवे पर एक गैस टैंकर में जोरदार विस्फोट हुआ, जिससे भीषण आग लग गई, जिसमें कई लोगों की जान चली गई और कई लोग घायल हो गए। यह घटना तब हुई जब एक ट्रक गैस टैंकर से टकरा गया, जिससे गैस लीक हो गई और उसके बाद विस्फोट हो गया। विस्फोट इतना शक्तिशाली था कि इसने कारों, ट्रकों और बसों सहित कई वाहनों को अपनी चपेट में ले लिया और आस-पास की इमारतों को भी नुकसान पहुंचाया।

आग की लपटों में घिरा व्यक्ति मदद मांगने के लिए 600 मीटर तक पैदल चला एक दिल दहला देने वाली घटना में, आग की लपटों में घिरा एक व्यक्ति मदद मांगने के लिए लगभग 600 मीटर तक पैदल चला। दुर्भाग्य से, मदद पाने के बजाय, आस-पास के लोगों ने मदद पाने के लिए उस व्यक्ति के हताश प्रयास का वीडियो रिकॉर्ड कर लिया। यह चौंकाने वाली घटना आपातकालीन स्थितियों में तत्काल कार्रवाई और सहायता की आवश्यकता को उजागर करती है।


घटना का विवरण गैस टैंकर विस्फोट शुक्रवार, 20 दिसंबर, 2024 को जयपुर-अजमेर राजमार्ग पर एक पेट्रोल पंप के पास सुबह करीब 5:30 बजे हुआ। ट्रक और गैस टैंकर के बीच टक्कर के कारण आग का एक बड़ा गोला बना जो तेजी से फैल गया और कई वाहनों और आस-पास की संरचनाओं को अपनी चपेट में ले लिया। आग इतनी भीषण थी कि इसे करीब एक किलोमीटर दूर से देखा जा सकता था और हवा में घना काला धुआं भर गया।

हताहत और घायल विस्फोट और उसके बाद लगी आग ने कई लोगों की जान ले ली, नवीनतम रिपोर्टों के अनुसार मरने वालों की संख्या बढ़कर 14 हो गई है। कई लोग घायल हो गए, जिनमें से कुछ गंभीर रूप से जल गए। घायलों को पास के अस्पतालों में ले जाया गया, जहाँ उनका इलाज चल रहा है।


प्रतिक्रिया और राहत प्रयास पुलिस और अग्निशमन विभाग सहित स्थानीय प्रशासन ने घटना पर तुरंत प्रतिक्रिया दी। आग पर काबू पाने के लिए दमकलकर्मियों ने अथक प्रयास किया और घायलों को अस्पताल पहुँचाने के लिए एम्बुलेंस तैनात की गईं। राजस्थान सरकार ने मृतकों के परिजनों को ₹5 लाख और घायलों को ₹1 लाख का मुआवजा देने की घोषणा की।


प्रत्यक्षदर्शियों के बयान प्रत्यक्षदर्शियों ने घटना को भयावह बताया, जिसमें आग की लपटें और धुआँ हवा में भर गया। एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि उसने एक व्यक्ति को आग की लपटों में घिरा हुआ देखा, जबकि दूसरे ने लगातार विस्फोटों की आवाज़ सुनी। प्रत्यक्षदर्शियों ने यह भी कहा कि आग इतनी भीषण थी कि शुरुआत में दमकलकर्मियों के लिए मौके पर पहुंचना मुश्किल हो गया था।


जांच और परिणाम घटना की जांच शुरू कर दी गई है और टक्कर के कारणों का पता लगाया जा रहा है। जांच और सफाई के लिए जयपुर-अजमेर राजमार्ग को बंद कर दिया गया है और अधिकारी लोगों से इलाके में न जाने का आग्रह कर रहे हैं। इस घटना ने सड़क सुरक्षा और ऐसी त्रासदियों को रोकने के लिए सख्त नियमों की आवश्यकता को लेकर चिंताएँ पैदा कर दी हैं।


सरकार की प्रतिक्रिया सरकार ने घटना पर तुरंत प्रतिक्रिया दी है, प्रधानमंत्री ने मृतकों के परिजनों के लिए ₹2 लाख और घायलों के लिए ₹50,000 की अनुग्रह राशि की घोषणा की है। केंद्रीय गृह मंत्री ने भी अपनी संवेदना व्यक्त की और घटना के बारे में जानकारी लेने के लिए राजस्थान के मुख्यमंत्री से बात की।


निष्कर्ष जयपुर गैस टैंकर विस्फोट एक दुखद घटना है जो आपातकालीन स्थितियों में तत्काल कार्रवाई और सहायता की आवश्यकता को उजागर करती है। इस घटना में कई लोगों की जान चली गई और कई घायल हो गए। सरकार और स्थानीय प्रशासन ने घटना पर तुरंत प्रतिक्रिया दी है और टक्कर के कारणों का पता लगाने के लिए जांच चल रही है। यह घटना सड़क सुरक्षा के महत्व तथा ऐसी त्रासदियों को रोकने के लिए सख्त नियमों की आवश्यकता की याद दिलाती है।

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