"पुतिन की परमाणु धमकी: यूक्रेन पर रूस का दावा"

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने हाल ही में एक सनसनीखेज बयान दिया है, जिसमें उन्होंने दावा किया है कि "पूरा यूक्रेन हमारा है।" यह बयान सेंट पीटर्सबर्ग में आयोजित रूस के एक प्रमुख आर्थिक मंच पर दिया गया, जहां पुतिन ने न केवल यूक्रेन पर अपने क्षेत्रीय दावों को दोहराया, बल्कि परमाणु हमले की धमकी भी दी। यह बयान वैश्विक स्तर पर चर्चा का विषय बन गया है, क्योंकि इससे यूक्रेन के साथ चल रहे तनाव और गहरा सकते हैं। पुतिन ने कहा, "जहां भी रूसी सैनिक का पैर पड़ता है, वह हमारा है।" रूसी राजनेताओं और व्यापारियों ने तालियों के साथ इस बयान का समर्थन किया।


पुतिन ने यह भी संकेत दिया कि अगर यूक्रेन ने रूस के खिलाफ तथाकथित "डर्टी बम" का इस्तेमाल किया, तो इसका जवाब "विनाशकारी" होगा। उन्होंने यूक्रेनी नेतृत्व से "राष्ट्रीय हितों" को ध्यान में रखते हुए शांति वार्ता करने की अपील की, लेकिन साथ ही सुमी शहर पर कब्जे की संभावना से भी इनकार नहीं किया। पुतिन ने कहा, "हमारा सुमी पर कब्जे का कोई इरादा नहीं है, लेकिन मैं इसे पूरी तरह से खारिज भी नहीं करता।" यह बयान यूक्रेन के लिए एक गंभीर चेतावनी है, क्योंकि रूसी सेना लगातार पूर्वी यूक्रेन, खासकर डोनेट्स्क क्षेत्र पर हमला कर रही है। यूक्रेन ने पुतिन के बयान की कड़ी निंदा करते हुए इसे "पागलपन" बताया है। यूक्रेन का कहना है कि पुतिन का दावा रूस के आक्रामक रवैये को दर्शाता है, जिसका इस्तेमाल 2022 से शुरू होने वाले पूर्ण पैमाने पर आक्रमण को सही ठहराने के लिए किया जा रहा है। पुतिन ने यह भी दोहराया कि रूसी और यूक्रेनी लोग "एक ही लोग हैं", जिसे यूक्रेन ने अपनी संप्रभुता पर हमला बताया।

लोगों ने पुतिन के बयान पर चिंता जताई, जबकि कुछ ने इसे रूस की रणनीति का हिस्सा बताया। एक पोस्ट में कहा गया, "पुतिन ने यह स्पष्ट कर दिया कि वह यूक्रेन की स्वतंत्रता को मान्यता नहीं देते हैं और पूरे देश को रूस का हिस्सा मानते हैं।" वहीं, कुछ पोस्ट इस बयान को रूस की आंतरिक राजनीति को मजबूत करने के प्रयास के रूप में देख रहे हैं।

वैश्विक समुदाय इस बयान को शांति वार्ता के लिए एक बड़ा झटका मान रहा है। पुतिन का रुख न केवल यूक्रेन बल्कि नाटो और पश्चिमी देशों के लिए भी चिंता का विषय है। परमाणु हमले के खतरे ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय में तनाव बढ़ा दिया है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह बयान रूस की सैन्य रणनीति के और अधिक आक्रामक होने का संकेत हो सकता है।


इस बीच, रूसी सेना ने यूक्रेनी गांव ज़ापोरिज्ज्या पर कब्ज़ा करने का दावा किया है। यह क्षेत्रीय लाभ रूस के लिए महत्वपूर्ण है, लेकिन यूक्रेन का कहना है कि वह अपनी ज़मीन वापस लेने के लिए प्रतिबद्ध है।

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