लाल महासागर में फिर से जहाज पर हमला

लाल सागर में एक और गंभीर समुद्री घटना ने वैश्विक समुदाय को झकझोर कर रख दिया है, जहाँ यमन के हूथी विद्रोहियों के कथित हमले के बाद एक मालवाहक जहाज पर सवार चालक दल के पाँच सदस्यों को सुरक्षित बचा लिया गया है। इस घटना ने क्षेत्र में बढ़ते तनाव और समुद्री सुरक्षा को लेकर चिंताओं को और गहरा कर दिया है। निगरानी एजेंसियों और यूरोपीय नौसैनिक मिशन "ऑपरेशन एस्पाइड्स" के अनुसार, बचाव अभियान बुधवार, 9 जुलाई, 2025 को शुरू हुआ, जब हूथी विद्रोहियों ने लाइबेरियाई ध्वज वाले ग्रीक-संचालित जहाज "इटर्निटी सी" पर हमला किया। हमले की शुरुआत और स्थिति रिपोर्टों के अनुसार, हूथी विद्रोहियों ने ड्रोन, मिसाइलों और रॉकेट-प्रोपेल्ड ग्रेनेड का उपयोग करके जहाज पर हमला किया, जिससे जहाज को भारी नुकसान हुआ। हमले में चालक दल के चार सदस्यों के मारे जाने की खबर है, जबकि कई अन्य घायल हो गए। जहाज पर तैनात 25 सदस्यों में से 11 अभी भी लापता हैं। 

बचाव अभियान सफल रहा।

बचाव अभियान में शामिल सुरक्षा बलों और यूरोपीय नौसेना मिशन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए चालक दल के पाँच सदस्यों को सुरक्षित बचा लिया। इनमें पाँच फ़िलिपीनी और एक भारतीय नागरिक शामिल हैं। यूरोपीय संघ के "ऑपरेशन एस्पाइड्स" ने पुष्टि की है कि घायल सदस्यों को चिकित्सा सहायता दी जा रही है, जिनमें एक रूसी नाविक भी शामिल है जिसका पैर गंभीर रूप से घायल है। बचाव दल ने इलाके में तलाशी अभियान जारी रखा है, लेकिन खराब मौसम और हूती विद्रोहियों की मौजूदगी ने काम को और जटिल बना दिया है।


 हूती विद्रोहियों का दावा और इरादा

हूती विद्रोहियों ने हमले की ज़िम्मेदारी ली और दावा किया कि जहाज इज़राइल से जुड़ा था, इसलिए उन्होंने इसे निशाना बनाया। उनका कहना है कि ये हमले इज़राइल-हमास संघर्ष के समर्थन में किए जा रहे हैं। हालाँकि, रॉयटर्स और अन्य स्रोतों ने जहाज के स्वामित्व और हमले की सटीकता की पुष्टि नहीं की है। हूती समूह ने हमले का एक वीडियो भी जारी किया है, जिसमें जहाज पर हुए विस्फोट और चालक दल की दयनीय स्थिति दिखाई दे रही है। 


वैश्विक प्रभाव और प्रतिक्रिया

यह घटना लाल सागर के समुद्री मार्ग पर वैश्विक व्यापार को प्रभावित कर रही है, जो तेल, अनाज और उपभोक्ता वस्तुओं की आपूर्ति का एक प्रमुख मार्ग है। विशेषज्ञों का मानना है कि जारी हमलों का वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है। अमेरिकी दूतावास ने हूथी विद्रोहियों से बंधकों की तत्काल रिहाई की माँग की है, जबकि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने क्षेत्र में शांति की अपील की है। यूरोपीय संघ और निजी सुरक्षा एजेंसियों ने समुद्री सुरक्षा बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया है।


सोशल मीडिया पर लोग इस घटना पर चर्चा कर रहे हैं। कई उपयोगकर्ता हूथी विद्रोहियों की कार्रवाई की निंदा कर रहे हैं, जबकि कुछ इस घटना को क्षेत्रीय तनाव का परिणाम बता रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर स्थिति में सुधार नहीं हुआ, तो लाल सागर से गुजरने वाले जहाजों की संख्या में और कमी आ सकती है, जिसका असर भारत जैसे आयात-निर्यात पर निर्भर देशों पर भी पड़ेगा।


आगे की राह

खोज और बचाव अभियान अभी भी जारी है, लेकिन हूथी विद्रोहियों द्वारा आगे भी हमलों की संभावना ने स्थिति को और गंभीर बना दिया है। इस संकट पर नियंत्रण और समुद्री मार्गों की सुरक्षा सुनिश्चित करना अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के लिए एक चुनौती है। इस घटना ने एक बार फिर मध्य पूर्व में शांति की मांग को तेज कर दिया है, जो वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण है।

0 likes

Top related questions

Related queries

Latest questions