CoinDCX के हॉट वॉलेट को हैक किया गया है।
121 Jul 2025
क्रिप्टो करेंसी की दुनिया में इन दिनों हलचल मची हुई है। भारत की प्रमुख क्रिप्टो एक्सचेंज CoinDCX पर एक बड़े साइबर हमले की खबर ने पूरे क्रिप्टो निवेशकों को चौंका दिया है। इस हमले में लगभग 378 करोड़ रुपये (45 मिलियन डॉलर) की राशि चोरी होने की पुष्टि की गई है। यह अब तक की सबसे बड़ी क्रिप्टो चोरी में से एक मानी जा रही है, जिसने निवेशकों की चिंता को और बढ़ा दिया है।
क्या हुआ CoinDCX के साथ?
सूत्रों के अनुसार, CoinDCX के हॉट वॉलेट को हैक किया गया है। हॉट वॉलेट वह वॉलेट होता है जो इंटरनेट से जुड़ा होता है और जहां एक्सचेंज दैनिक लेन-देन के लिए क्रिप्टोकरेंसी स्टोर करता है। साइबर अपराधियों ने इसी वॉलेट को निशाना बनाते हुए बड़ी मात्रा में फंड को चुरा लिया।
CoinDCX ने ट्विटर (अब X) और अपने ऑफिशियल ब्लॉग के जरिए यह जानकारी दी कि वे इस साइबर अटैक की जांच में पूरी तरह जुटे हुए हैं, और सभी प्रभावित यूज़र्स को सूचित किया जा रहा है। कंपनी ने यह भी स्पष्ट किया है कि यूज़र्स के लॉन्ग टर्म फंड्स अभी भी सुरक्षित हैं।
क्रिप्टो हैकिंग के बढ़ते मामले
यह CoinDCX के साथ पहली बार नहीं हुआ है जब किसी भारतीय क्रिप्टो एक्सचेंज को साइबर हमले का सामना करना पड़ा हो। 2022 में CoinSwitch Kuber और WazirX जैसी अन्य बड़ी कंपनियां भी छोटी-मोटी सुरक्षा घटनाओं का शिकार हो चुकी हैं।
Chainalysis की एक रिपोर्ट के अनुसार, 2024 में ग्लोबली 3.8 बिलियन डॉलर से अधिक की क्रिप्टोकरेंसी साइबर हमलों में चोरी की गई थी, जो एक गंभीर चिंता का विषय है।
क्या CoinDCX पर फिर भरोसा किया जा सकता है?
CoinDCX ने भरोसा दिलाया है कि वे सुरक्षा संबंधी प्रक्रियाओं को और मजबूत करेंगे। उन्होंने एक स्वतंत्र सुरक्षा ऑडिट टीम को नियुक्त किया है जो इस घटना की जाँच कर रही है। साथ ही, प्रभावित ग्राहकों के लिए रिफंड या रिकवरी के विकल्पों पर भी काम हो रहा है।
निवेशकों के लिए क्या सबक?
इस तरह की घटनाएं हमें यह सिखाती हैं कि क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखना अत्यंत आवश्यक है:
अपने फंड्स को स्वयं नियंत्रित करें – हो सके तो लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट को हॉट वॉलेट में न रखें।
हार्ड वॉलेट (Cold Wallet) का उपयोग करें, जो इंटरनेट से कनेक्ट नहीं होता।
2FA (Two Factor Authentication) और मजबूत पासवर्ड का प्रयोग करें।
एक्सचेंज के पिछले सिक्योरिटी रिकॉर्ड की जांच अवश्य करें।
भारत में क्रिप्टो नियमन की जरूरत
CoinDCX की घटना एक बार फिर यह दिखाती है कि भारत को जल्द से जल्द क्रिप्टो रेगुलेशन की ओर कदम बढ़ाने की आवश्यकता है। पारदर्शिता, जवाबदेही और सुरक्षा के लिए एक स्पष्ट नियामकीय ढांचा जरूरी है ताकि आम निवेशकों का विश्वास कायम रह सके।
भारत सरकार और RBI लंबे समय से क्रिप्टो को लेकर सतर्क रवैया अपना रहे हैं, लेकिन अब आवश्यकता इस बात की है कि स्पष्ट नीति और नियम जल्द सामने आएं।
CoinDCX की प्रतिक्रिया
CoinDCX के CEO ने एक आधिकारिक बयान में कहा:
"हम इस घटना को गंभीरता से ले रहे हैं और उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा हमारी पहली प्राथमिकता है। हम जांच एजेंसियों और साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। हम सभी प्रभावित यूज़र्स से सहयोग की अपील करते हैं।"
निष्कर्ष
CoinDCX पर हुआ साइबर हमला क्रिप्टो इंडस्ट्री के लिए एक गंभीर चेतावनी है। यह समय है जब निवेशक, एक्सचेंज और सरकार मिलकर साइबर सुरक्षा, जागरूकता और नियमन को प्राथमिकता दें। क्रिप्टो की दुनिया में अपार संभावनाएं हैं, लेकिन सुरक्षा और पारदर्शिता के बिना यह संभावनाएं खतरे में पड़ सकती हैं।
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